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Title: Need to withdraw the decision to privatise the Scooters India Limited-laid.
श्रीमती सुशीला सरोज (मोहनलालगंज):भारत सरकार के द्वारा सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी स्कूटर्स इंडिया लिमिटेड के विनिवेशीकरण के निर्णय से इस उद्योग के कर्मचारी उत्तेजित है तथा सरकार के इस कदम का उन्होंने विरोध किया है। स्कूटर्स इंडिया ने लक्ष्य से कहीं ज्यादा उत्पादन किया है जिसका नतीजा यह हुआ कि वित्तीय वर्ष 1996-97, 2005-2006तक कंपनी ने करोड़ों रुपये लाभ कमाया जिसमें से करीब 56 करोड़ रुपये बैंक में फिक्स डिपाजिट कराया गया है। फिर भी स्कूटर्स इंडिया लिमिटेड को निजी क्षेत्र की कंपनी महेन्द्रा एण्ड महेन्द्रा को सौंपना चाहते हैं जोकि अत्यंत ही दुःख की बात है एवं कर्मचारियों के साथ अन्यायपूर्ण व्यवहार है।
इसलिए मैं सदन के माध्यम से सरकार से मांग करती हूँ कि कंपनी को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए प्रबंधन व्यवस्था का पुनर्गठन हो तथा उस व्यवस्था को सरकार के द्वारा जरूरी कार्यशील पूँजी तकनीकी आदि की सहायता प्रदान की जाय।
कर्मचारियों के जीविकोपार्जन एवं गुजारे के लिए कम से कम पूर्ण वेतन अवश्य सुनिश्चित किया जाय जिससे औद्योगिक शांति बनी रहे।