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Title: Need to advise NABARD to provide financial help for promotion of horticultural products in East Champaran district, Bihar.- Laid
श्री राधा मोहन सिंह(मोतिहारी):अध्यक्ष महोदय, बिहार राज्य के पूर्वी चम्पारण जिले के मेहसी प्रखंड लीची, शहद एवं सीप उत्पादन के मामले में पूरे देश में अग्रणी है। इस क्षेत्र में वर्तमान में ३५ हजार एकड़ में लीची का उत्पादन किया जा रहा है। पूर्वी चम्पारण जिले के इस महत्वपूर्ण क्षेत्र के लीची उत्पादक क्षेत्रों को जोड़ा जाए तो वर्तमान में ५० हजार एकड़ से ज्यादा क्षेत्र में लीची उत्पादन हो रहा है, जो बिहार राज्य का सर्वाधिक है। यहां से प्रतिवर्ष ३० करोड़ रूपये से अधिक की लीची का व्यापार देश के वभिन्न क्षेत्रों के साथ साथ विदेशों में भी किया जाता है। यहां लीची के निर्यात के लिए सरकार द्वारा संरक्षित मंडी की स्थापना नहीं होने के कारण अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में लीची उत्पादकों एवं किसानों को काफी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है।
मेहसी प्रखण्ड के अन्तर्गत मधुमक्खी पालन का कार्य बड़े पैमाने पर होता है। सीप पर आधारित उद्योगों के मामले में भी मेहसी विश्व में दूसरा एवं भारत में अपना प्रथम स्थान रखता है। मेहसी के सीप के बटन आजादी के पूर्व ब्रिटेन में आपूर्ति किये जाते थे, परन्तु आज इसकी आपूर्ति अमेरिका, कनाडा, आस्ट्रेलिया, थाइलैंड, सिंगापुर, मलेशिया से लेकर खाड़ी देशों में की जाती है। मेहसी क्षेत्र में श्रृंगार की वस्तुएं जो सीप की बनी होती है, आज भी विदेशी पर्यटकों एवं विदेशों में काफी लोकप्रिय है।
अत: भारत सरकार से मेरा अनुरोध है कि पूर्वी चम्पारण जिले के मेहसी प्रखंड के अन्तर्गत लीची, शहद एवं सीप उत्पादन के क्षेत्रों में व्यवसायिक बैंकों नावार्ड, नेफेड, हार्टिकल्चर जैसी सरकारी संस्थाओं की सहयोग देने हेतु निदेश देने की कृपा की जाए ताकि इस क्षेत्र के उत्पादकों को उनके पारिश्रमिक का उचित मूल्य दिलाया जा सके।