Title: Requested the Government to introduce a code of conduct for running private hospitals and nursing homes and to fix the charges for medical and allied services extended by these hospitals.
: महोदय, मैं बहुत ही महत्वपूर्ण विषय सदन मे उठाना चाहता हूं। पिछले दिनों कई प्राइवेट अस्पतालों और नर्सिंग होम लूट के अड्डे बन गए हैं। सरकारी अस्पतालों में भीड़ और अव्यवस्था के कारण आम तौर पर गरीब जनता अपने गम्भीर मरीज को लेकर प्राइवेट नर्सिंग होम या अस्पतालों में ले जाती है, जहां उनको बुरी तरह लूटा जाता है। कई बार लूट अमानवीयता की हद भी पार कर जाती है। ऐसे कई मामले प्रकाश में आए हैं, आपरेशन की जरूरत नहीं होती है और फिर भी आपरेशन करके ज्यादा पैसा वसूल कर लिया जाता है और घाव को वैसे ही सी दिया जाता है।
भोपाल में एक नर्सिंह होम जहां नवोदित बच्चे पैदा होते हैं, वहां उन बच्चों को बेचने की घटना प्रकाश में आई है और इसकी पूरे मध्य प्रदेश में चर्चा हुई है। आज मैंने अखबार में पढ़ा है, नोएडा के एक नर्सिंग होम में छोटेलाल नाम का एक ड्राइवर पैर टूट जाने के कारण एडमिट हुआ। उससे सवा लाख रुपए ले लिए गए, जब और ३८ लाख रुपए नहीं दिए, तो उसको छुट्टी नहीं दी गई। इतना ही नहीं, कहीं-कहीं पर तो लाशें भी रख ली जाती हैं, जब तक पैसा नहीं दिया जाता है।
यह मामला अत्यन्त महत्वपूर्ण है। इसलिए मैं आपके माध्यम से सरकार से कहना चाहता हूं कि नर्सिंह होम के लिए कोई कोड-आफ-कन्डक्ट तैयार किया जाए, ताकि उसके आधार पर नर्सिंग होम का संचालन किया जाए और रेट्स भी तय किए जायें। गरीबों के नाम पर अपोलो जैसे अस्पताल ने कौड़ियों के भाव में अरबों रुपए की जमीन ले ली और शर्त यह थी कि वहां गरीबों का इलाज मुफ्त किया जाएगा और कुछ पलंग निर्धारित किए जायेंगे। लेकिन वहां गरीबों के लिए पलंग निर्धारित नहीं किए गए। इन अस्पतालों में पलंगों की संख्या निश्चित की जाए, जहां गरीबों का इलाज हो सके। धन्यवाद.