Title : Need for proper maintenance of ancient Buddha temples in the country with a view to promote tourism.
श्री नरेन्द्र कुमार कुशवाहा (मिर्ज़ापुर) :सभापति महोदय, सबसे पहले मैं लोकप्रिय प्रधान मंत्री को बधाई देना चाहता हूं। चूंकि उन्होंने इस देश के भारतवासियों को मध्यम मार्ग पर भगवान गौतम बुद्ध के संदेश को लेकर चलने के लिए कहा है[r89] । उनका आज तक अखबारों में स्टेटमेंट भी आ रहा है। भारत की पावन धरती से तथागत गौतम बुद्ध का सन्देश सम्पूर्ण संसार में मानव मात्र के कल्याण के लिए पहुंचा था औऱ आज भी सारनाथ, कौशाम्बी, कुशीनगर, श्रावस्ती, कपिलवस्तु, लुम्बिनी, नालंदा, राजगीर, बुद्ध गया, लऊरिया, केशरिया आदि तमाम बुद्ध स्थलों पर विदेशी पर्यटकों का तांता लगा रहता है। वे यहां से अपने जीवन को सफल एवं सुसंस्कृत बनाने के लिए बुद्ध के तिशरण, पंचशील तथा आर्य आष्ठांगिक मार्ग का संदेश लेकर गदगद होकर जाते हैं औऱ शांति सुख का अनुभव करते हैं किंतु जब उनका ध्यान बुद्ध स्थलों पर आतंकवादियों द्वारा धर्म के नाम पर अतिक्रमण की तरफ जाता है तो उन्हें गहरी ठेस लगती है औऱ भारत सरकार व भारतीय जनता से दुखी दिखाये पड़ते हैं जिसे भारत सरकार एवं भारतीय जनता झुठला नहीं सकती क्योंकि सारनाथ के मुख्य मंदिर द्वार के सामने सरकारी फर्श पर हनुमान मंदिर के नाम पर कब्जा कर लिया गया है जहां शांति का संदेश लेने आए पर्यटकों को अशांति का शब्द उनके कानों तक गूंजने लगता है। इसी प्रकार से सभी बुद्ध स्थलों पर धार्मिक आतंकवादियों द्वारा अतिक्रमण किया गया है जिसे प्रथम प्रधान मंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू के बाद की सरकारें अनदेखी करती चली आ रही हैं। जिस सम्राट अशोक ने गौतम बुद्ध के संदेश को संसार में फैलाने के लिए अपने बेटा-बेटी तक को विदेशों में भेजकर भारत का मान-सम्मान व बर्चस्व कायम करके दयामैत्री व करुणा की लहर पैदा कर दी थी जो आज भी इतिहास व भूगोल में परिलक्षित है। ऐसे सम्राट अशोक के लाट को भारतीय मुद्रा से हटाने का षडयंत्र एन.डी.ए. सरकार ने कर दिया। ये सभी जानते हैं कि सम्राट अशोक के शासन में भारतवर्ष को सोने की चड़िया कहा गया क्योंकि खेती का कार्य सबसे उत्तम माना जाता था तभी से अभी तक किसानों में यह कहावत कही जाती है। “ उत्तम खेती मध्यम बान, निकृष्ट चाकरी, भीख निदान” ऐसे सम्राट अशोक के प्रति उपेक्षात्मक द्ृष्टिकोण देश के लिए घातक हो सकता है। अभी हाल ही में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा महामाया नगर जिले के नाम से महामाया नाम हटाकर नफरत भरी भावनाओं का प्रदर्शन करके बुद्ध जगत के प्रति राष्ट्रीय अपराध किया गया है।
भारत को अपने जटिल से जटिल समस्याओं से निजात पाना है तो बुद्ध स्थलों एवं बुद्ध की संस्कृति को प्रतिस्थापित करना होगा।
अयोध्या का राष्ट्रीय विवाद भी, अयोध्या की खुदाई से प्राप्त बुद्ध के अवशेषों से किया जा सकता है। हम चाहते हैं कि भारत सरकार दुनिया में अपने देश की प्रबुद्धता का बर्चस्व कायम रखने के लिए अयोध्या में मंदिर-मस्जिद के स्थान पर संसार में भाईचारा का संदेश देने के लिए “ भाईचारा प्रेरणा केन्द्र ” का निर्माण करा दिया जाए।
श्री रामदास आठवले (पंढरपुर) : सभापति महोदय, मैं भी इनके साथ एसोशिएट करता हूं।…( व्यवधान)
श्री छत्तर सिंह दरबार : सभापति जी, मैंने इनके बारे में कहा है तो स्वास्थ्य मंत्री जी कुछ इस पर बोलें। कुछ इस पर उनकी टिप्पणी होनी चाहिए।…( व्यवधान)
सभापति महोदय : वह ओवर हो गया। ऐसे नहीं होता है। I thought you wanted bring something else to the notice of the House. So, I permitted you.
Ms. Mehbooba Mufti – not present.