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Need To Include Some More Castes Of Bihar In The List Of Scheduled … on 1 December, 2005

Lok Sabha Debates
Need To Include Some More Castes Of Bihar In The List Of Scheduled … on 1 December, 2005


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Title : Need to include some more castes of Bihar in the list of Scheduled Castes (SCs) as recommended by the Bihar Government.

श्री राम कृपाल यादव (पटना) : माननीय अध्यक्ष महोदय, मैं एक बहुत ही महत्वपूर्ण मामला, जो बिहार सरकार के स्तर पर लगभग एक वर्ष पूर्व कार्मिक एवं प्रशासनिक सुधार विभाग के माध्यम से केन्द्र सरकार के पास भेजा गया है, उठाना चाहता हूं। लगभग आठ जातियों, नोनिया, विंद, मल्लाह, कमार, बढ़ई, तुरहा, राजभर, चन्द्रवंशी को अनुसूचित जातियों की अनुसूची में शामिल कर दे और बाद में फिर बिहार सरकार ने तीन जातियों नाई, कानू और तांती का नाम भेजा। इनको भी अनुसूचित जाति की अनुसूची में शामिल करने के लिए राज्य सरकार ने भारत सरकार को अनुशंसा की है, मगर दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति यह है कि अभी तक भारत सरकार ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की है।

बार-बार अनुरोध करने के बाद भी इन जातियों को अनुसूचित जाति की अनुसूची में शामिल नहीं किया जा रहा है, जिसके कारण इनका पिछड़ापन और आर्थिक स्थिति और भी खराब हो रही है। मैं आपके माध्यम से माननीय मंत्री जी और माननीय प्रधानमंत्री जी से निवेदन करूंगा कि आप अपने स्तर से खास तौर से सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के माननीय मंत्री जी का ध्यान आकृष्ट करूंगा। माननीय प्रधानमंत्री जी और यहां जो यू.पी.ए. की अध्यक्ष सोनिया गांधी मैडम बैठी हैं, उनसे मेरा विशेष अनुरोध होगा कि आप हस्तक्षेप करके उन ८ और तीन कुल ११ जातियों को, जिन्हें बिहार सरकार ने अनुसूचित जाति की अनुसूची में शामिल करने के लिए भेजा है, शामिल करवाने की कार्रवाई करवाकर निर्देशित करावें ताकि उनको न्याय मिल सके। इनकी अर्थव्यवस्था बिल्कुल खराब है, उनकी स्थिति बहुत खराब है, वे इससे लाभ पाकर अपनी स्थिति में सुधार करने का काम कर सकें।

मेरा पुन: आपके माध्यम से अनुरोध होगा, माननीय मैडम सोनिया गांधी जी, आप इस पर हस्तक्षेप करें, पहल करें और इस पर कार्रवाई कराने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करें। …( व्यवधान) 

MR. SPEAKER: Shri Devendra Prasad Yadav and Shri Raghunath Jha are allowed to associate with it.  Although they have not given any notice, considering the importance of the matter, I am allowing them to associate.  It is not to be treated as a precedent.

…( व्यवधान)

MR. SPEAKER: These are important matters.  I am sure the Government of India will look into them.