nt>
Title: Need to provide a separate subsidy to the farmers of Uttar Pradesh to purchase diesel for agricultural pruposes.
(कैराना) : अध्यक्ष महोदय, आपका बहुत-बहुत धन्यवाद। केन्द्र सरकार ने जो रबी फसल का समर्थन मूल्य घोषित किया है, मैं आपके माध्यम से सरकार को बताना चाहूंगी कि इससे किसान को किसी भी प्रकार की राहत प्राप्त नहीं हुई है। डीजल तथा खाद की कीमतों में लगातार जो वृद्धि हो रही है, उससे उत्तर प्रदेश के किसान बुरी तरह से पीड़ित हैं। किसान खेती में बढ़ती हुई लागत तथा इन सब चीजों को मद्देनजर रखते हुए कर्ज में डूबता जा रहा है। किसानों को इस समर्थन मूल्य से कोई भी फायदा नहीं हो रहा है क्योंकि इस तुलना में डीजल का मूल्य बहुत अधिक बढ़ता जा रहा है।
दूसरी तरफ खाद की कीमतों में हर साल वृद्धि होती जा रही है। आज गेहूं की कीमत ६.३० रुपये प्रति किलोग्राम है जबकि ड़ीजल की कीमत ३० रुपये प्रति लीटर है। वर्ष १९७१ में गेहूं ८० पैसे प्रति किलोग्राम था तथा डीजल ७४ पैसे प्रति लीटर था। इसके बाद भी पैसे की बचत थी लेकिन आज स्थिति बिल्कुल विपरीत है। डीजल और गेहूं की कीमत में चार गुणा अंतर आ चुका है। तेल की कीमतों में वृद्धि तथा खेती की बढ़ती हुई लागत के कारण उत्तर प्रदेश के किसान कर्ज में डूबते जा रहे हैं।
मैं आपके माध्यम से माननीय पेट्रोलियम मंत्री जी से अपने प्रदेश की ओर से मांग करना चाहती हूं कि किसानों को अपनी खेती के लिए डीजल प्राप्त करने के लिए अलग से सबसिडी दी जाये तथा खाद की जो कमी उत्तर प्रदेश में है, उसका कोई न कोई बंदोबस्त केन्द्र सरकार तत्काल करे। धन्यवाद।