Title: Demand the Government to vacate the encroachment of the Railway land at Majhi Railway Station under Varanasi Railway Zone.
श्री प्रभुनाथ सिंह (महाराजगंज, बिहार) : अध्यक्ष जी, बनारस रेल मंडल में मांझी रेलवे स्टेशन है। वहां पर सरकार की १०० एकड़ सिंचित और असिंचित जमीन पड़ी है। बहुत दिनों पहले किसी खास व्यकित के नाम से कुछ जमीन बंदोबस्त कर दी गई। उस व्यकित ने १५० एकड़ जमीन पर कब्जा कर लिया। वह व्यकित उस जमीन पर बस स्टैंड और अवैध शराब का धंधा कर रहा है। वह उत्तर प्रदेश और बिहार की अंतिम सीमा है। उसके बीच में सरजू नदी है। उत्तर प्रदेश के सारे अपराधी मांझी में रहते हैं। वहां कई हत्या की घटनाएं होती हैं। मैंने पिछले रेल बजट पर भाषण करते समय इस तरफ माननीय मंत्री जी का ध्यान खींचा था। उन्होंने कहा था कि वह इस पर कार्रवाई करेंगे। जिस के नाम से बंदोबस्त था, वह मर गया है। रेल मंत्रालय के बनारस मंडल के पदाधिकारियों ने एक चिट्ठी लिख कर उस परिवार के लोगों से बंदोबस्त करने पर नो ओबजैकशन सर्िटफिकेट मांगा है। एक तरफ रेल सम्पत्ित का दुरुपयोग हो रहा है और दूसरी तरफ आतंक का वातावरण व्याप्त है। मैं भारत सरकार से निवेदन करूंगा कि जिन लोगों ने रेलवे की अवैध जमीन पर दखल किया है, उसे रद्द किया जाए। रेल मंत्रालय अपनी सम्पत्ित पर कब्जा करे। वह वहां कोई अवैध धंधा न चलने दे। अगर इसके लिए डांट देना आनिवार्य हो तो खुली डांट दी जाए।