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12.46 hrs.
RAILWAY BUDGET, 2004-2005 – GENERAL DISCUSSION
AND
DEMANDS FOR GRANTS ON ACCOUNT-RAILWAYS –2004-2005 Contd.
Title: Discussion on Interim Budget (Railways) 2004-05; Demnds for Grants on Account (Railways) 2004-05.
रेल मंत्री (श्री लालू प्रसाद):अध्यक्ष महोदय, मैं सबसे पहले उन सभी माननीय सदस्यों का …( व्यवधान)
12.46 ¼ hrs.
At this stage, Shri Shivraj Singh Chauhan and some
Other Hon’ble Members left the House.
…( व्यवधान)
MR. SPEAKER: Discussion is over. Please cooperate. I have called the hon. Minister to reply on the Railway Budget.
… (Interruptions)
(जयपुर):माननीय रेल मंत्री जी का कथन रेलवे के डिब्बे में सफर, रेलवे में सेफ्टी फण्ड बनाये जाने का व कुल्हड़ चालू कराने का मैं अभिवादन करता हूं।
रेलवे लाईन, जो कालोनियों के मध्य है, वहां सुरक्षा की व्यवस्था अधिक की जाये। प्रत्येक रेलवे गेट पर फाटक खोलने और बंद करने के लिए आदमी रखा जाये, प्रत्येक स्टेशन पर पीने के लिए जल और निवृत्त होने वाले स्थान की पर्याप्त सफाई हो। जयपुर रेलवे स्टेशन पर न्यूज सुनने के लिए, जो टी.वी. सेट लगाये हैं, उन्हें पुन: चालू किया जाये।
जयपुर में उत्तर पश्चिम रेलवे के एक नये जोन कार्यालय का उद्घाटन किया है। इसमें कोटा डिवीजन को भी शामिल किया जाये, इससे लोगों को बड़ी सुविधा होगी।
गाड़ी सं०४८६०/४८५९ इंटरसिटी एक्सप्रेस जोधपुर-जयपुर-दिल्ली गाड़ी सराय रोहिल्ला स्टेशन तक जाती है, जिससे दिल्ली जाने वाले यात्रियों को बहुत परेशानी होती है। इसलिए इस गाड़ी को पुरानी दिल्ली स्टेशन तक ले जाया जाये। इसके साथ ही जयपुर व राजस्थान की जनता की मांग के अनुरूप एक ऐसी
गाड़ी चलाने की जरूरत है, जो अजमेर-जयपुर से रात को चलकर सुबह हरिद्वार पहुंचे तथा हरिद्वार से शाम को चलकर रात्रिकालीन सेवा के रूप में सुबह जयपुर-अजमेर पहुंचे। इससे पुष्कर-हरिद्वार का सीधा संबंध हो सकेगा। राजस्थान की जनता जिस कार्य से हरिद्वार जाती है, उसकी भावनाओं की भी पूर्ति होगी।
जयपुर-अजमेर के मध्य ई एम यू (दैनिक यात्री ट्रेन)चलाने की आवश्यकता है। पहले जयपुर वान्दा एक्सप्रेस जयपुर से सुबह ७.०० बजे चलकर ९.४० बजे अजमेर पहुंचती थी, अब यह गाड़ी २४ कोच की हो गयी है एवं इसका प्रस्थान समय जयपुर से ४.५० कर दिया है। अब यह गाड़ी अजमेर ११.१५ पर पहुंचती है। इस कारण दैनिक यात्रियों को अजमेर में अपने कार्यालय में समय से पहुंचने में बहुत परेशानी हो रही है। आपसे निवेदन है कि जयपुर अजमेर के मध्य एक नयी ई एम यू गाड़ी चलायें, जो जयपुर से सुबह ०.७०० बजे चलकर अजमेर ०९.४० तक पहुंचे। इससे दैनिक यात्रियों को बहुत सुविधा होगी एवं रेलवे की आय भी बढ़ेगी।
इस क्षेत्र के रेल यात्रियों की भारी मांग के अनुसार कुछ गाड़ियों को निम्निलखित स्टेशनों पर रोकने की जरूरत है।
गाड़ी का नाम स्टेशन जहां ठहराव की जरूरत है। २९१६/२९५ दिल्ली अहमदाबाद सुपरफास्ट आश्रम एक्सप्रेस
९२६५/९२६६ औखा देहरादून एक्सप्रेस(साप्ताहिक)
४८६०/४८४९ जोधपुर-दिल्ली, इंटरसिटी एक्सप्रेस
४८५३/४८५४, ४८६३/४८६४ जोधपुर-बनारस, मरूधर एक्सप्रेस
२४६२/२४६१ जोधपुर-दिल्ली, सुपरफास्ट गण्डोर एक्सप्रेस
९७६९/२४६१ जयपुर-पटना मीनाक्षी एक्सप्रेस
४३१२/४३११ न्युभुज – बरेली एक्सप्रेस(वांच विकली)
९२६६/९२६५ औखा-देहरादून
४३१२/४३११ न्यू भुज – बरेली एक्सप्रेस (साप्ताहिक)
२४६६/२४६५ जोधपुर-सवाईं माधोपुर इंटरसिटी, इस गाड़ी को जयपुर-सवाईं माधोपुर के मध्य सवारी गाड़ी के रूप में चलाया जाये।
२९१६/२९१५ दिल्ली-अहमदाबाद, आश्रम एक्सप्रेस(सुपरफास्ट) किशनगढ
बस्सी
बस्सी
बस्सी
बस्सी
नरेना
खैरवल
खैरवल
दौसा
दुर्गापुरा, सागानेर, ईसरदा चौथ
का वरवाडा
फुलेरा
आश्रम एक्सप्रेस दिल्ली से जयपुर को यात्रा करने के लिए सिटिंग आरक्षण की व्यवस्था की जाये, जिससे दिल्ली से जयपुर के मध्य यात्री अपनी यात्रा सुगमता से कर सकें। इस तरह की व्यवस्था गाड़ी संख्या २४९४, जो जयपुर-दिल्ली के मध्य चलती है, में उपलब्ध है। जयपुर से दिल्ली की ओर यात्रा करने वाले यात्रियों को स्लीपर कोच में सिटिंग आरक्षण उपलब्ध कराया जाये। इससे रेलवे को आय भी होगी और यात्रियों को सुविधा भी होगी।
जयपुर-चण्डीगढ़ के मध्य जयपुर जबलपुर व जयपुर से पुरी के मध्य नयी गाड़ी चलायी जाये। पुरी निजामुद्दीन गाड़ी नं० ८४७६/८४७७ कलिंगा उत्कल एक्सप्रेस है। इस रूट पर ८४०७/८४०८ एक गाड़ी और है। अत: गाड़ी नं० ८४७६/८४७७ को वाया मथुरा अलवर जयपुर करवाने से यह चिर प्रतीक्षित मांग पूरी हो सकेगी।
गाड़ी नं० २८०१/२८०२ नयी दिल्ली-पुरी पुरूषोत्तम एक्सप्रेस पुरी से चलकर नयी दिल्ली ४.४० प्रात: पहुंचती है। अगर इसको शताब्दी एक्सप्रेस रूट से जयपुर लाकर जयपुर से दिल्ली होते हुए रवाना कर सकते हैं, क्योंकि यह गाड़ी रात में २२.३५ मिनट पर नयी दिल्ली से रवाना होती है। अत: इस गाड़ी को जयपुर तक बढ़ाने से जयपुर तक आकर वापिस जा सकती है।
*Speech was laid on the Table.
(बरेली):माननीय अध्यक्ष जी, वर्तमान रेल बजट का विरोध करते हुए मैं यह कहना चाहूंगा कि रेल मंत्री ने केवल एक राज्य का ही बजट प्रस्तुत किया है, वह भी आगामी चुनाव ( विधानसभा)को ध्यान में रखते हुए। मैं रेल मंत्री को धन्यवाद देना चाहूंगा कि विगत सरकार द्वारा प्रस्तुत किए गए किसी भी रेल बजट की उन्होंने आलोचना नहीं की और तत्कालीन रेल मंत्री द्वारा सुझाए गए कार्यों को आगे बढ़ाने का काम किया है। आमान परिवर्तन, सुरक्षा एवं अन्य संबंधित समस्याओं पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए तथा प्रत्येक कार्य में पारदर्शिता बनायी जानी चाहिए। यह दुर्भाग्य की बात है कि रेल मंत्री ने लोकप्रियता हासिल करने के लिए सस्ती प्रक्रिया अपनायी है। रेल विभाग में कार्यरत कर्मचारियों की संख्या में निरन्तर कमी हो रही है और ऐसा लग रहा है कि भविष्य में भी इस संख्या में कमी होगी। मैं चाहूंगा कि रेल मंत्री इस ओर ध्यान दें तथा कर्मचारियों की संख्या में कटौती न करें बल्कि इनकी संख्या बढ़ायें। रेल मंत्री को इस संबंध में प्रभावी कदम उठाने चाहिए। जैसा मैंने पहले कहा कि वर्तमान रेल बजट में कई प्रमुख राज्यों की अनदेखी की गयी है। हमारे राज्य उत्तर प्रदेश की ओर ध्यान नहीं दिया गया, जबकि सारी रेलगाडिया, जो बिहार जाती हैं, वह उत्तर प्रदेश से ही होकर गुजरती हैं। मैं चाहूंगा कि रेल मंत्री इस ओर विशेष ध्यान दें तथा उत्तर प्रदेश के साथ सौतेला व्यवहार न करें। मैं आग्रह करना चाहूंगा कि रेलगाड़ियों में सुविधायें व्यवस्थित हों तथा सवारी गाड़ी व जनता एक्सप्रेस की गाड़ियों में प्रारंभिक सुविधायें ठीक प्रकार से मिलें। इस संबंध में यह बात भा ध्यान देने योग्य है कि दैनिक यात्रियों एवं कम दूरी के यात्रियों के लिए चेयर कार कोच की व्यवस्था की जाये। मैं एक और समस्या की ओर ध्यान दिलाना चाहूंगा कि उत्तर रेलवे की बिहार से गुजरने वाली सभी ट्रेनों में बहुत से लोग छत पर बैठकर यात्रा करते हैं, जो किसी भी रूप में उचित नहीं है। इस कारण दुर्घटनाओं की ज्यादा संभावनाएं बन जाती हैं। मैं रेल मंत्री से आग्रह करना चाहूंगा कि इस ओर विशेष ध्यान दें तथा डिब्बों की छत पर यात्रा को अपराध की श्रेणी में लाया जाये और इसे प्रभावी ढंग से लागू किया जाये।
मैं इस संबंध में अधिक न बोलते हुए अपने निर्वाचन क्षेत्र की कुछ महत्वपूर्ण समस्याओं की ओर आपका ध्यान आकर्षित करना चाहूंगा तथा उम्मीद करता हूं कि इस ओर आप विशेष ध्यान देकर उपयुक्त कार्यवाही करेंगे।
रेल मंत्री द्वारा अपने निर्वाचन क्षेत्र में एक रेल कारखाने की घोषणा की गयी है, मैं इसका स्वागत करता हूं। परन्तु बरेली, जो रेल कारखाने हेतु सर्वाधिक उपयुक्त स्थान है, उस पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। २० साल पहले रेल कोच फैक्ट्री की स्थापना हेतु यह स्थान ( बरेली ) सर्वाधिक उपयुक्त स्थान माना गया था, परन्तु राजनीतक कारणों से कोच फैक्ट्री दूसरे स्थान पर लगायी गयी। बरेली में वर्तमान में पूर्वोत्तर रेल का डिब्बा सुधार व क्रेन निर्माण का कारखाना है जो काम न होने की स्थिति में बंद होने की कगार पर है। मेरा आग्रह है कि इस ओर मंत्री जी विशेष ध्यान दें तथा बरेली के जनहित को ध्यान में रखते हुए रेल कारखाने की संभावनाओं पर विचार कर प्रभावी कार्यवाही करें।
अपने क्षेत्र की कुछ प्रमुख समस्याएं निम्न प्रकार से हैं, जिन पर शीघ्र कार्यवाही की आवश्यकता है। नयी दिल्ली-मुरादाबाद मार्ग पर दोहरीकरण का काम बहुत धीमी गति से चल रहा है। इस दोहरीकरण कार्य में तेजी लायी जाये तथा इसे एक समय सीमा में पूरा किया जाये। कछला घाट पुल ( पूर्वोत्तर रेलवे) काफी पुराना हो चुका है तथा काफी जर्जर हालत में हे, इससे हमेशा गंभीर दुर्घटना का खतरा बना रहता है। रेल व सड़क दोनों का यातायात में इस्तेमाल होने वाले इस पुल का शीघ्र जीर्णोद्वार किया जाये। बरेली-नवाबगंज – पीलीभीत तथा बरेली – बदायूं – आगरा फोर्ट के आमान परिवर्तन की मांग काफी समय से लंबित है, इस काम को वरीयता क्रम पर लिया जाये। बरेली के कुछ क्षेत्रों पर उपरिगामी की आवश्यकता है, जो निम्नलखित हैं द्भ राष्ट्रीय राजमार्ग २४ पर मीरगंज – मिलक(रामपुर)के मध्य नगरिया सादात रेल स्टेशन के निकट राष्ट्रीय राजमार्ग २४ पर फतेहगंज पश्चिमी(बरेली)भिटौरा रेल स्टेशन के निकट कटघर (शमशान भूमि के रास्ते पर) पूर्वोत्तर रेल, बरेली महानगर हार्टमैन कालेज रेल क्रॉसिंग पर(पूर्वोत्तर रेल, बरेली महानगर ) इज्जतनगर स्टेशन के निकट केन्द्रीय कारागार के सामने(पूर्वोत्तर रेल, बरेली महानगर) बरेली को दक्षिण के राज्यों से जोड़ने हेतु सुविधाजनक ट्रेन चलायी जाये। नयी दिल्ली – बरेली – गुवाहाटी राजधानी एक्सप्रेस को दो दिन के स्थान पर चार दिन चलाया जाये। बरेली – कानपुर के मध्य सीधी ट्रेन नहीं है। जनहित को ध्यान में रखते हुए इस संबंध में आवश्कय कार्यवाही की जाये। बरेली महानगर के मध्य राजेन्द्र नगर व कुतुबखाने पर आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए सिटी बुकिंग एजेंसी की स्थापना की जानी चाहिए। बरेली स्थित रेल हायर सेकेन्ड्री स्कूल को आवश्यकता के अनुरूप इंटर कॉलेज में परिवर्तित किया जाये।बरेली जंक्शन रेलवे स्टेशन पर कुछ समस्याओं के समाधान व सुविधाओं हेतु पूर्व में कई बार कहा जा चुका है। मेरा माननीय रेल मंत्री से आग्रह है कि उपरोक्त बिन्दुओं पर विशेष विचार कर उपयुक्त तथा प्रभाव कार्रवाई की जाये।
* Speech was laid on the Table.
(अल्मोड़ा):माननीय अध्यक्ष जी, मैं रेल मंत्री जी के द्वारा प्रस्तुत रेल बजट का विरोध करता हूं। रेल मंत्री जी द्वारा यात्री सुरक्षा के उपायों की कोई व्यवस्था न होने से अत्यंत निराशा हुयी है।
रेलयात्रियों को कुल्हड़ में चाय देने का निर्णय तुगलकी मानसिकता का प्रतीक है, यह ठीक है कि इससे कुछ कुम्हारों को अतरिक्त काम मिलेगा, लेकिन दूसरी ओर इसके द्वारा चिकनी उपजाऊ मिटटी का उपयोग होने से उपजाऊ भूमि नष्ट होगी और कुल्हड़ पुन: मिटटी में परिवर्तित नहीं होगा। अत: यह भी पर्यावरण के अनुकूल नहीं होगा।
कुल्हड़ों में चाय के साथ अवशेष मिटटी भी यात्रियों के शरीर में जाने से स्वास्थ्य हानि की भी संभावना है। इस बजट में उत्तरांचल प्रदेश के लिय कोई भी रेलगाड़ी या कार्य को स्वीकृति नहीं दी गयी है। जिस सम्पर्क क्रांति एक्सप्रेस, दिल्ली-काठगोदाम, की बात कही गयी है वह पूर्ववर्ती राजग सरकार द्वारा स्वीकृत की गयी है।