Title: Need for early completion of gas turbine projects in Barmer and Jaisalmer districts, Rajasthan – Laid.
कर्नल सोना राम चौधरी (बाड़मेर) : उपाध्यक्ष महोदय, मैं पाकिस्तानी सीमा पर स्थित बाड़मेर और जैसलमेर जिलों से आता हूं जो कि अत्यंत पिछड़ेपन और भुखमरी से पीड़ित है। बिजली की कमी वहां हमेशा रहती है।
केन्द्र ने जनवरी १९९६ में ३५.५ मेगावाट की गैस टरबाईन योजना शुरू की थी। फिर एक और गैस टरबाईन का प्रावधान किया गया जिसकी तकनीकी आर्थिक स्वीकृति केन्द्रीय विद्युत प्राधिकरण ने १६ फरवरी, २००१ को दे दी थी।
केन्द्र और राज्य सरकार ने काफी धन इस योजना पर लगाया है। अतरिक्त गैस की जरूरत १५ वर्षो के लिए ५ लाख एस.सी.एम.डी. गैस है लेकिन भारत की गैस अथॉरिटी एस.सी.एम.डी. गैस सिर्फ १० वर्षो के लिये देने पर राजी हुई है। मेरे तारांकित प्रश्न संख्या ३५२५ के उत्तर में १२/१२/२००२ को कहा गया है कि अतरिक्त गैस की जरूरत के लिए ऑयल इंडिया को ९ अतरिक्त कुएं खोदने पड़ेंगे, जिनके लिए १५० करोड़ रूपये लगाने पड़ेंगे।
अत: शीघ्र फैसले की जरूरत है कि अतरिक्त गैस की पूर्ति के लिए दोनों गैस टरबाईन योजनाओं को लागू किया जाये ताकि अत्यधिक रूपया लगाया जा चुका है।
मैं प्रधानमंत्री से इस मामले में हस्तक्षेप की प्रार्थना करता हूं कि गैस की पूरी आपूर्ति की जाये ताकि राजस्थान के इन बिजली पीड़ित जिलों को कुछ राहत मिल सके।