Title : Need to expedite the preparation of DPR regarding sanctioned projects to find out permanent solution to the problem of floods in North Bihar.
श्री देवेन्द्र प्रसाद यादव (झंझारपुर) : अध्यक्ष जी, नेपाल से निकलने वाली नदियों के कारण, उत्तर बिहार में, लगभग दो दर्जन जिलों की स्थिति बहुत गंभीर है। कोसी, कमला, भूतही बालान, बागमती और अदबारा समूह की नदियों में बाढ़ के कारण स्थिति गंभीर है। उत्तर बिहार के अनेक जिले और मधुबनी जिले के अंतर्गत भूतही बालान और कमला बालान नदियों के तटबंध टूट गये हैं और सैंकड़ों गांव में पानी भर गया है। वहां के किसानों की करोड़ों रुपयों की फसल नष्ट हो गयी है। यहां तक कि पीपरा-कमलपुर गांव में बाढ़ के पानी के कारण एक आदमी मर चुका है। आज भी कमला बालान तटबंध, ओलीपुर खेड़ा और मदनपुर रतौल के बाद तटबंध कट जाने के कारण लोगों की जान-माल की क्षति हुई है और करोड़ों रुपयों की फसल बर्बाद हुई है। इस कटाव-बिंदु पर सुरक्षात्मक कार्य किया जाए।यूपीए सरकार ने जाइंट प्रोजैक्ट कार्यालय नेपाल में ७ जगहों में खोले हैं, उनका जल्दी से सर्वे कराकर, स्थाई समाधान की दिशा में, डीपीआर बनाकर, मल्टी-परपज डैम की हमारी मांग है…( व्यवधान) बिहार में ६ महीने बाढ़ और ६ महीने सुखाड़ रहता है और हर साल बाढ़ से तबाही मचती है। मैं सरकार से मांग करता हूं कि इस दिशा में, समय-सीमा के अंतर्गत कार्य किया जाए।