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Title: Need to grant licences to Sugar Mills in Maharashtra.
श्री तुकाराम गणपतराव रेंगे पाटील (परभनी): अध्यक्ष महोदय, मेरे गुरू राज्य महाराष्ट्र में 19 मई, 2007 को कई शुगर मिलों के लाइसेंस रद्द कर दिये गये हैं। इस संबंध में केन्द्र सरकार ने कोई कारण नहीं बताये हैं। महाराष्ट्र में गन्ने के उत्पादन को देखते हुए शुगर मिलों का होना और उनका काम करना अति आवश्यक है। इन शुगर मिलों के न होने से गनने की क्रसिंग नहीं हो पाई और लोगों को गन्ना जलाना पड़ा एवं सरकार को 25 हजार रूपये का हर्जाना प्रति हैक्टेयर के हिसाब से देना पड़ा है। महाराष्ट्र के विकास में और यहां के किसानों को आगे बढ़ाने में शुगर मिलों ने अहम भूमिका निभाई है। इस संबंध में सरकार की क्या नीति है इसके बारे में कुछ नहीं बताया गया है। नई शुगर मिलों को स्थापित करने के लिए लाईसेंस दिये जाना अति आवश्यक है। इस संबंध में जो भी प्रक्रिया है उसको तत्काल किसान और शुगर मिलों के हित में जल्द से जल्द लागू किया जाये जिससे शुगर मिलें स्थापित हो सकें।
सदन के माध्यम से सरकार से अनुरोध है कि महाराष्ट्र में गन्ने की क्रसिंग को चालू करने के लिए शुगर मिलों को जल्द से जल्द लाईसेंस दिये जायें।