Title: Need to include adivasis residing in Southern districts of Uttar Pradesh in the list of Scheduled Tribes.
राम सजीवन (बांदा) : उपाध्यक्ष महोदय, उत्तर प्रदेश के दक्षिणी भाग में स्थित जिला चित्रकूट, बांदा, इलाहाबाद, मिर्जापुर तथा सोनभद्र मध्य प्रदेश की सीमा से सटे हुए हैं। ये सभी जिले विन्ध्य पर्वत के वन और पहाड़ियों से आच्छादित हैं। इन जंगलों, पहाड़ियों में आदिम जनजाति के लोग काफी बड़ी संख्या में निवास करते हैं। उनमें मुख्य रूप से कोल, मवैया, गोड आदि जातियां शामिल हैं। इनको अनुसूचित जातियों की क्षेणी (सूची) में भारत सरकार और राज्य सरकार द्वारा शामिल किया गया है और अनुसूचित जातियों संबंधी सरकारी सुविधायें भी दी जाती हैं किन्तु उनको अनुसूचित जनजातियों की भारत सरकार तथा राज्य सरकार की सूची में शामिल नहीं किया गया जिससे वे लोग अनुसूचित जनजाति संबंधी सभी सरकारी सुविधाओं से वंचित हैं जबकि उक्त सभी जिलों की सीमा से सटे हुए मध्य प्रदेश के जिलों में उक्त जातियों को अनुसूचित जनजातियों की सूची में शामिल किया गया है और अनुसूचित जनजाति संबंधित सभी सुविधाएं भारत सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा उन्हें दी जा रही है।
दोनों राज्यों की उक्त जातियों की सामाजिक, शैक्षणिक तथा आर्थिक परिस्थितियां एक समान हैं। सीमावर्ती दोनों तरफ की उक्त जातियों में खून के रिश्ते हैं, वैवाहिक संबंध है और एक दूसरे से घनिष्ठ रूप से जुड़े हुए हैं। ऐसी परिस्थिति में मेरा केन्द्र सरकार से अनुरोध है कि उत्तर प्रदेश के उक्त सभी जिलों की उक्त जातियों को अनुसूचित जनजातियों की सूची में शामिल किया जाये तथा उनको भारत सरकार तथा राज्य सरकार की तत्संबंधी सभी सरकारी सुविधायें उपलब्ध कराई जायें।