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Title : Need to procure stocks of imported pulses lying at Kolkata Port.
श्री जगदम्बिका पाल (डुमरियागंज): देश में दाल की कीमतों को कम करने के लिए बाहर से आयातित की गई पन्द्रह लाख टन दाल पिछले दो माह से कोलकाता पोर्ट के खिदिरपुर डॉक में पड़ी हुई है। जबकि पूरे देश में दालों के भाव बाजार में 100 रूपये किलो तक पहुंच गये हैं। यह दालें सड़ने लगी हैं। तीन साल पहले ही सरकार ने भांप लिया था कि दाल का उत्पादन कम होने से कीमतें आसमान पर पहुंचने वाली है। इसलिए अप्रैल, 2007 में पन्द्रह लाख टन दाल का आयात करने का फैसला किया था, जिसमें अरहर, मटर एवं उड़द की काली दाल करोड़ों रूपये खर्च करके विदेशों से आयात की गई। लेकिन जिस दाल को आम जनता तक पिछले डेढ़ महीने पहले जनता के पास पहुंच जाना चाहिए था, वह अभी भी देश के बंदरगाहों पर पड़ी है। एस.टी.सी., एम.एम.टी.सी., नैफेड और पी.ई.सी. चार कम्पनियों को सरकार ने जिम्मेदारी दी थी। उठान न होने से सरकार का नुकसान हुआ तथा जनता को भी काफी कठिनाई उठानी पड़ रही है। इसलिए आवश्यक कार्यवाही की जानी चाहिए।