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Title: Need to provide employment to volunteers of Uttarakhand who were trained in Gorilla warfare by the Government – laid.
श्री बची सिंह रावत ‘बचदा’ (अल्मोड़ा) : ध्यक्ष महोदय, गृह मंत्रालय के अधीन एस0एस0बी0 स्वयं सेवकों की भर्ती कर उन्हें बकायदा गुरिल्ला युद्ध का प्रशिखण दिया गया था। कालान्तर में उत्तरपूर्व क्षेत्र में स्वयंसेवकों को एसएसबी की नियमित सेवा में नियुक्ति दी गयी और जो नियुक्ति के योग्य नहीं था उन्हें अन्य वित्तीय लाभ व सुविधायें यथा पेंशन, ग्रेच्यूटी, भत्ते आदि प्रदान किये गये।
उत्तराखंड के पर्वतीय जिलों में एसएसबी द्वारा गुरिल्ला स्वयंसेवकों को नियमित प्रशिक्षण दिया गया व आश्वासन दिया गया कि भविय में इन प्रशिक्षण प्राप्त गुरिल्ला स्वयंसेवकों को नियमित नियुक्ति दी जायेगी।
परन्तु वर्षों की अवधि बीत जाने के बाद भी एसएसबी द्वारा उत्तराखंड के इन गुरिल्ला स्वयंसेवकों को न तो नियमित नियुक्ति प्रदान की गयी है और न ही इन्हें किसी प्रकार के वित्तीय लाभ व सुविधायें ही प्रदान की गयी हैं। सरकार द्वारा उत्तरांचल के गुरिल्ला स्वयंसेवकों की मांग पर कोई ध्यान न दिये जाने से उनमें अत्यंत निराशा व रोष व्याप्त है। विगत लम्बे समय से एसएसबी से प्रशिक्षण प्राप्त ये गुरिल्ला स्वयंसेवक नियुक्ति व वित्तीय लाभों की मांगों को लेकर आंदोलनरत हैं। गुरिल्ला स्वयंसेवकों की मांग है कि पूर्वोत्तर राज्यों की भांति उत्तरांचल के गुरिल्ला स्वयंसेवकों को भी एसएसबी में नियमित नियुक्ति व वित्तीय लाभ प्रदान किये जायें।
अतः मैं केन्द्र सरकार से मांग करता हूं कि वह इस विषय में तत्काल हस्तक्षेप करें और उत्तरांचल के गुरिल्ला स्वयंसेवकों को एसएसबी में नियमित नियुक्ति प्रदान की जाये और वित्तीय लाभ तथा सुविधायें भी प्रदान की जायें।