Regarding Communal Riots In Rajasthan. on 29 August, 2001

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Lok Sabha Debates
Regarding Communal Riots In Rajasthan. on 29 August, 2001

Title: Regarding communal riots in Rajasthan.

श्री मुलायम सिंह यादव : आपने कहा था कि बाद में सुन लेंगे। अध्यक्ष महोदय, मैंने आपके माध्यम से सदन का ध्यान क्वश्चन ऑवर में आकर्षित किया था। राजस्थान सबसे शान्तिप्रिय प्रदेश है, राजस्थान में पहले कहीं दंगे की बात नहीं उठती थी। इससे पहले प्रतनधि मण्डल भी गया था, जिसमें माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी, सी.पी.आई. और समाजवादी पार्टी के लोग गये थे, लेकिन उसके बाद भी वहां तनाव बना हुआ है। वहां भीलवाड़ा और जहाजपुर में मस्जिद तोड़ी गई, कुरान को जलाया गया और मजार को तोड़ा गया, लेकिन अफसोस इस बात का है कि जब वहां के मुसलमानों ने शान्तिपूर्ण तरीके से काली पट्टी बांधकर इसका विरोध करने की कोशिश की, जब पूरे शहर में शान्ति हो, कोई दंगा न हो, तो उसको रोक दिया गया।

दूसरी तरफ जिन्होंने कुरान को जलाया, मस्जिद तोड़ी और मजार तोड़ी, उन सात हजार से दस हजार लोगों को छूट दी गई और वे वहां मुसलमानों के खिलाफ नारे लगाते रहे। अभी तक वहां दंगा ग्रस्त क्षेत्र में कोई राहत कार्य नहीं हुआ है। वहां लोगों को धमकियां दी जा रही है। जब हम वहां गए तो हमें काले झंडे दिखाए गए और नारे लगाए गए कि मुलायम सिंह वापस जाओ। यह तो अच्छा हुआ, क्योंकि मुलायम सिंह को भी अब लोग काले झंडे दिखा रहे हैं। सब जानते हैं कि काले झंडे किसको दिखाते हैं, जो बड़ा आदमी होता है, जैसे पंडित नेहरू थे, श्रीमती इंदिरा गांधी थीं, उनको दिखाए जाते थे। वहां कांग्रेस पार्टी और बी.जे.पी. दोनों के लोग शामिल थे। जब हम लोग चाय पीने गए तो इन लोगों ने कहा कि मुलायम सिंह वापस जाओ। वहां के मुख्य मंत्री अभी तक मौके पर नहीं गए हैं। मैं मानता हूं कि राजस्थान में साम्प्रदायिक शक्तियों की सरकार नहीं है, लेकिन वे शक्तियां वहां जोरों पर हैं और दासमुंशी जी आपकी सरकार वहां साम्प्रदायिक शक्तियों का मुकाबला नहीं कर पा रही है। कांग्रेस की हुकूमत होते हुए भी इन साम्प्रदायिक शक्तियों को कुचलने का काम नहीं किया जा रहा है, जबकि आप हम पर आरोप लगाते हैं। आप बुरा न मानें, मैं आपको सावधान कर रहा हूं।

12.57 hrs.(उपाध्यक्ष महोदय पीठासीन हुए)

आपकी सरकार के मुख्य मंत्री को वहां जाना चाहिए था। जिस तरह से वहां हालात हैं, वे और खराब हो रहे हैं, तनाव बढ़ रहा है। लोग दंगा नहीं करना चाहते, लेकिन दंगाइयों को पूरा मौका दिया जा रहा है। अभी तक एक भी दंगाई के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई है, जबकि मुसलमानों के घरों पर बाकायदा पुलिस और जिला प्रशासन निगरानी कर रहा है और उन्हें आतंकवादी समझा जा रहा है। अभी तक एक भी दंगाई को गिरफ्तार न किया जाना, यह किसकी जिम्मेदारी है, यह आप समझ सकते हैं। हम चाहते हैं कि केन्द्र सरकार या प्रदेश सरकार इस मामले पर अविलम्ब ध्यान दे। सरकार को इस मामले में दखलअंदाजी करनी चाहिए। अगर प्रधान मंत्री जी बयान दे देते हैं कि मंदिर बनेगा, तो क्या इससे लोगों की भावनाएं नहीं भड़केंगी। दासमुंशी जी आपकी कांग्रेस पार्टी के सभासद ने वहां इस्तीफा दिया और दंगे में कूद पड़ा। मैं आरोप लगाना चाहता हूं कि इसलिए कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। मेरा निवेदन है कि वहां दंगाइयों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। वहां की सरकार दंगाइयों पर कार्रवाई न करते हुए उन्हें संरक्षण दे रही है, यह मेरा वहां की सरकार पर आरोप है।

…( व्यवधान)

SHRI PRIYA RANJAN DASMUNSI : Sir, I strongly refute the charges made against our Chief Minister by Shri Mulayam Singh Yadav. He has no business to drag in our Chief Minister without any reference..… (Interruptions) He may tour the whole of India. Sir, this matter is very sensitive. Shri Mulayam Singh Yadav is not aware as to why these things have happened. It is known to the Chief Minister, and the Home Minister of India as to who are the elements who crossed the borders of Pakistan and took shelter there. Everything is known and within the knowledge of the Home Minister. I strongly refute the charges made that the Chief Minister organised it..… (Interruptions) The Government should take all steps to apprehend those people. The inside story is very dangerous. If Shri Mulayam Singh Yadav wants to know who are entering into this affair, I can refer them…… (Interruptions)

MR. DEPUTY-SPEAKER: Shri P.C. Thomas.

… (Interruptions)

MR. DEPUTY-SPEAKER: Will you please resume your seat?

… (Interruptions)

13.00 hrs.

श्री रामजीलाल सुमन : उपाध्यक्ष महोदय, मेरा सबसे पहला नोटिस है। यह इतना गंभीर मामला है और आप बोलने का मौका ही नहीं दे रहे हैं।…( व्यवधान)

MR. DEPUTY-SPEAKER: I have given the floor to Shri P.C. Thomas.

… (Interruptions)

श्री मुलायम सिंह यादव : उपाध्यक्ष महोदय, वहां लोग धरने पर बैठे हैं, मारपीट हो रही है, पूरे बाजार बंद हैं,…( व्यवधान) इतना गंभीर मामला है,…( व्यवधान)

MR. DEPUTY-SPEAKER: Shri Mulayam Singh Yadav, I am on my legs.

… (Interruptions)

श्री मुलायम सिंह यादव : उपाध्यक्ष महोदय, बारह साल के बच्चे, तेरह साल के बच्चे के साथ ज्यादती हो रही है,,…( व्यवधान) आप बात तो सुनिए।…( व्यवधान) आपको सुनना तो चाहिए कि हरिद्वार की मांग क्या हैं, जो उन्होंने काम किया है, जो गलतियां की हैं, उन गलतियों को…( व्यवधान)

MR. DEPUTY-SPEAKER: Shri Mulayam Singh Yadav, will you please resume your seat?

… (Interruptions)

MR. DEPUTY-SPEAKER: I have given the floor to Shri P.C. Thomas.

… (Interruptions)

MR. DEPUTY-SPEAKER: Shri Mulayam Singh Yadav, you are the leader of your party. You have already stated what you wanted to say. `Zero Hour’ cannot be monopolised only by you. Let others also speak. Shri P.C. Thomas wants to raise an important matter.

… (Interruptions)

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