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Title: Regarding environmental problems.
MR. CHAIRMAN: Now, we will take up `Zero Hour’.
Shri S.R. Jeyadurai. Since Interpreter is not available at the moment, you can speak later on.
श्री प्रेमदास(इटावा): सभापति जी, मुझे पर्यावरण पर बोलने का आपने मौका दिया, इसके लिए मैं आपको धन्यवाद देना चाहता हूं। पर्यावरण हमारे देश की ही नहीं पूरे विश्व की बहुत बड़ी समस्या बनने जा रही है और हमारा पूरा सिस्टम खराब होने जा रहा है। आज पानी और हवा दोनों प्रदूषित हो गये हैं और शहरीकरण के कारण हमें इस समस्या का सामना करना पड़ रहा है। आज यमुना का पानी हो या गंगा का पानी हो, बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है। आज यमुना के किनारे के पेड़ काटे जा रहे हैं और सरकार बिल्कुल शांत बैठी हुई है। दिल्ली जैसे शहर में 25 लाख गाड़ी चल रही हैं और वर्ष2001 में चार लाइन रास्ता बना था, तब दिल्ली से कोलकाता तक के सारे पेड़ काटे गये थे। लेकिन वर्ष 2001 के बाद, नौ साल में एक भी पेड़ नहीं लगाया गया है। गंगा और यमुना के बीच में दुआबा का इलाका खेती के लिए सबसे अच्छा माना जाता है, वहां पेड़ों की बहुत कमी हो रही है। सरकार इस समस्या पर कोई ध्यान नहीं दे रही है। इसका अधिकांश भाग उत्तर प्रदेश में पड़ता है, लेकिन उत्तर प्रदेश की सरकार एक भी पेड़ लगाने की जिम्मेदारी नहीं ले रही है। जब माननीय मुलायम सिंह जी की सरकार यूपी में थी तब उन्होंने सड़क के किनारे वृक्ष लगाने का काम किया था, मैं इसके लिए उन्हें इस काम के लिए धन्यवाद देना चाहूंगा। मेरा कहना यही है कि आज के वैज्ञानिक युग में भी पर्यावरण पर बहुत बुरा असर पड़ रहा है। धन्यवाद।