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Title : Regarding reported killing of people, security forces and local police in naxalite affected areas.
श्री हंसराज जी.अहीर (चन्द्रपुर) : सभापति जी, इस देश की नक्सलवादी समस्या की ओर मैं सरकार का ध्यान आपके माध्यम से आकर्षित करना चाहता हूं। हमारे देश में एक राज्य में नहीं, बल्कि कई राज्यों में नक्सलवाद की समस्या उभर कर आई है। उनकी हिंसक घटनाओं से अनेक पुलिसकर्मी, पुलिस अधिकारी और सामान्य लोगों की हत्याएं हो रही हैं। जहां लोकतंत्र की रक्षा के लिए पुलिसकर्मी और रक्षा बल तैनात होते हैं, ऐसे लोगों को इन नक्सलवादियों द्वारा मारा जाता है। इसके साथ ही वहां रहने वाले जो सामान्य नागरिक हैं, जो गरीब किसान हैं, वन क्षेत्र में रहने वाले आदिवासी हैं, उन्हें भी मुखबिर कहकर उनकी हत्या की जा रही है। मैं महाराष्ट्र के जिस क्षेत्र से आता हूं वहां पर २६५ पुलिसकर्मियों व नागरिकों की हत्या हुई है। राज्य सरकार द्वारा ऐसे लोगों के आश्रितों को जो मुआवजा दिया जाता है, वह बहुत कम है, पर्याप्त नहीं है। मैं समझता हूं कि यह समस्या राष्ट्रीय समस्या बन गई है। इसलिए केन्द्र सरकार इस पर ध्यान दे। राज्य सरकार द्वारा जो मुआवजे की राशि दी जाती है, उसके साथ ही केन्द्र सरकार को भी उनके परिजनों को अपनी ओर से एक-एक लाख रुपया मुआवजे के रूप में देना चाहिए। इसके अलावा उनके परिवार से एक व्यक्ति को रोजगार देने की व्यवस्था भी की जाए, क्योंकि वह परिवार उसी कमाने वाले पर निर्भर होता है, जो कि इन हिंसक वारदातों में मारा जाता है[R66] ।