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Title: Reported death due to spread of Cholera in tribal areas of Orissa.
श्री जुएल ओराम (सुन्दरगढ़) :उपाध्यक्ष महोदय, उड़ीसा के रायगढ़ा, कोरापुट और कालाहांडी, तीन जिलों में डायरिया और कॉलैरा महामारी का रूप ले चुका है। बाकी चार जिलों, मलकानगिरी, नवरंगपुर, फुलवानी और गजपति में फैल रहा है। उड़ीसा के 30 जिलों में से 7 जिलों में 100 से भी ज्यादा लोग इन रोगों के कारण मर गए हैं, यह सरकारी रिपोर्ट है, लेकिन हम लोगों के पास जो रिपोर्ट है उसके अनुसार 200 से भी ज्यादा लोग मरे हैं। राज्य सरकार अपनी ओर से इन रोगों की रोकथाम के लिए काम कर रही है, लेकिन पर्याप्त सुविधा, धन और फेसिलिटीज नहीं हैं। मैं आपके माध्यम से केन्द्र सरकार से गुहार करता हूं कि केन्द्र सरकार एक स्पेशल सेंट्रल टीम भेजे जो देखे कि इन्हें कैसे कंट्रोल किया जा सकता है और दवाई के लिए तथा डिस-इन्फैक्शन करने की व्यवस्था करे। आप जानते हैं कि डायरिया और कौलेरा ज्यादातर पानी से फैलता है। वहां पोटेबल ड्रिंकिंग वाटर नहीं होने के कारण, सफीशिएंट टय़ूबवैल नहीं होने के कारण ऐसा हो रहा है। जिन सात जिलों का मैंने जिक्र किया है- रायगढ़ा, कोरापुट, कालाहांडी, मलकानगिरी, नवरंगपुर, फुलवानी और गजपति, उड़ीसा के इन साउथ डिस्ट्रिक्ट्स में यह फैला रहा है। इसके लिए स्पेशल प्रावधान किया जाए।
मैं आपके माध्यम से माननीय मंत्री जी से निवेदन करूंगा कि वे इसको रेस्पांड करें। चूंकि मंत्री जी यहां बैठे हैं, इसलिए मैं उनसे निवेदन करूंगा कि वे सरकार की ओर से रेस्पांड करें। यह बहुत ही इम्पौर्टेंट सब्जैक्ट है। इसलिए मैं आपके माध्यम से निवेदन करता हूं कि वे रेस्पांड करें।
उपाध्यक्ष महोदय : श्री देवव्रत सिंह – उपस्थित नहीं।