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Title: Requests the Central Government to send a team and need to take steps to kill `Katra’ insects to save the crops in Rajasthan.
श्री नरेन्द्र बुडानिया : माननीय सभापति जी, माननीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी जब विश्वास मत पर बोल रहे थे तो उन्होंने किसानों को विशेष मदद देने की बात कही थी, किसानों को ऊपर उठाने की बात कही थी। लेकिन मुझे बड़े अफसोस के साथ कहना पड़ता है कि जब-जब किसानों को सरकार की मदद की आवश्यकता पड़ी, सरकार मदद करने में नाकामयाब रही है। मैंने कई मुद्दे किसानों के इस हाउस में उठाए हैं। आज हिंदुस्तान का किसान बीज के लिए तरस रहा है, उसे बीज नहीं मिलता है। राजस्थान का किसान आज बहुत ही संकट के दौर से गुज़र रहा है। आज राजस्थान में “कातरा” नाम का कीड़ा बहुत भयंकर गति से उत्पन्न हो रहा है। आज किसान सो नहीं पा रहा है, उसे अपनी रोटी छिनती नज़र आ रही है, उसकी फसन नष्ट होने के कगार पर है। राजस्थान का किसान ग्वार, मौंठ, मूंग और तिलहन विशेष रूप से पैदा करके देश के वभिन्न भागों में भेजता है। लेकिन आज “कातरा” कीड़े को नष्ट करने में किसान भारत सरकार से मदद मांग रहा है लेकिन भारत सरकार आगे नहीं आ रही है। मैं बार-बार यह स्टेटमैंट पढ़ रहा हूं जिसमें राजस्थान की सरकार कहती है कि केन्द्र और राज्यों में अगर एक पार्टी की सरकार हो तो प्रगति होती है। राजस्थान और सेंटर में एक ही पार्टी की सरकार है। मैं आपके माध्यम से भारत सरकार से यह मांग करता हूं कि वह तुरंत राजस्थान में एक टीम भेजकर इसकी जांच करें और “कातरा” कीड़े को मारने के लिए प्रभावी कदम उठाए। यह काम लेट होने वाला नहीं है। एक सप्ताह भी निकल गया तो राजस्थान के किसानों की पूरी फसल नष्ट हो जाएगी। केन्द्र सरकार वहां के किसानों को पैसा मुहैय्या कराए और उस कीड़े को मारने के उपाय करे, जिससे किसानों की फसल नष्ट होने से बचे। सभापति जी, यह एक बहुत ही गंभीर मुद्दा है।
… (´ªÉ´ÉvÉÉxÉ)´É½þÉÆ EòÉ MÉ®úÒ¤É +Énù¨ÉÒ +Éè®ú ÊEòºÉÉxÉ +ÉVÉ +{ÉxÉÒ +É´ÉÉVÉ xɽþÒÆ =`öÉ ºÉEòiÉÉ ½þè*
… (´ªÉ´ÉvÉÉxÉ) सभापति महोदय अब राम जेठमलानी जी की स्टेटमैंट पर मंत्री जी रिएकट करेंगे।
… (व्यवधान)
13.33 hrs
The Lok Sabha then adjourned for Lunch till thirty-five minutes
past Fourteen of the Clock.
The Lok Sabha re-assembled after Lunch at forty-two minutes
past Fourteen of the Clock.
(Shri P.M. Sayeed in the Chair) श्री मदन लाल खुराना: सभापति जी, जेठमलानी जी द्वारा वकतव्य देने के बारे में जो प्रश्न ज़ीरो अवर में उठाया गया था, मैंने उस समय सदन को विश्वास दिलाया था कि जो भावनाएं हैं वह जेठमलानी जी तक पहुंचा दूंगा और वह अपना वकतव्य देंगे। जेठमलानी जी इस समय सदन में हैं। आप अभी कहें तो अभी, नहीं तो नियम ३७७ के अधीन मामलों के बाद, जैसी आपकी इच्छा हो, जेठमलानी जी अपना वकतव्य देने के लिए बैठे हैं।
MR. CHAIRMAN : The Minister can make the statement after taking up the matters under Rule 377.
SHRI VARKALA RADHAKRISHNAN (CHIRAYINKIL): Sir, I have an issue which I wanted to raise during the Zero Hour.
MR. CHAIRMAN: You can raise it tomorrow during the Zero Hour. Today, the Zero Hour is over. Now, we are taking up the matters under Rule 377.
SHRI VARKALA RADHAKRISHNAN : Sir, if I am permitted, I will raise it as a matter under Rule 377.
MR. CHAIRMAN: A notice pertaining to the Zero Hour cannot be transferred and taken up under Rule 377. You can raise it tomorrow. You can meet the hon. Speaker and say that you did not get a chance today.